कोशिका (Cell) | कोशिका सिद्धांत (Cell Theory)

कोशिका

  • एक जैविक इकाई है जो सभी जीवों का आधारभूत संरचनात्मक और क्रियात्मक घटक है।
  • सभी जीवित प्राणियों की संरचना कोशिकाओं से बनी होती है, चाहे वे एककोशिकीय (जैसे बैक्टीरिया) हों या बहुकोशिकीय (जैसे पौधे और जानवर)।

कोशिका सिद्धांत (Cell Theory)

जीव विज्ञान का एक मूलभूत सिद्धांत है जो यह बताता है कि सभी जीवित प्राणियों की मूलभूत संरचनात्मक और क्रियात्मक इकाई कोशिका है।

कोशिका सिद्धांत के मुख्य बिंदु निम्नलिखित हैं:

  1. सभी जीवित प्राणी कोशिकाओं से बने होते हैं: चाहे वह एककोशिकीय जीव (जैसे बैक्टीरिया और अमीबा) हो या बहुकोशिकीय जीव (जैसे पौधे और जानवर), सभी जीवों का निर्माण कोशिकाओं से ही होता है।
  2. कोशिका जीवन की सबसे छोटी इकाई है: कोशिका जीवन की सबसे छोटी इकाई है जो स्वतंत्र रूप से सभी आवश्यक जीवन प्रक्रियाएं (जैसे चयापचय, विकास, प्रजनन, आदि) कर सकती है।
  3. कोशिकाओं का निर्माण पहले से मौजूद कोशिकाओं के विभाजन से होता है: नई कोशिकाएं पहले से मौजूद कोशिकाओं के विभाजन से उत्पन्न होती हैं। इसका मतलब है कि कोई भी नई कोशिका पहले से मौजूद कोशिका के विभाजन के परिणामस्वरूप बनती है।
  4. कोशिका में जीवन की सभी आवश्यक जानकारी होती है: कोशिकाओं में अनुवांशिक जानकारी (DNA) होती है, जो जीवों के विकास, कार्य और प्रजनन को नियंत्रित करती है। यह जानकारी पीढ़ी दर पीढ़ी कोशिका विभाजन के दौरान आगे बढ़ती है।

कोशिका सिद्धांत का इतिहास

कोशिका सिद्धांत को विकसित करने में कई वैज्ञानिकों का योगदान रहा है:

  • रॉबर्ट हुक (Robert Hooke): 1665 में, रॉबर्ट हुक ने सबसे पहले “कोशिका” शब्द का प्रयोग किया जब उन्होंने कॉर्क (एक प्रकार की लकड़ी) के पतले टुकड़े को माइक्रोस्कोप से देखा और उसमें छोटी-छोटी खोखली संरचनाओं को देखा, जिन्हें उन्होंने कोशिकाएं कहा।
  • एंटोन वॉन लीवेनहॉक (Anton van Leeuwenhoek): 1674 में, उन्होंने सूक्ष्मजीवों (microorganisms) का अवलोकन किया, जिन्हें उन्होंने “एनिमलक्यूल्स” (Animalcules) कहा।
  • मैथियस श्लेडेन (Matthias Schleiden) और थिओडोर श्वान (Theodor Schwann): 1838-1839 में, उन्होंने यह प्रस्तावित किया कि पौधों और जानवरों दोनों की संरचना कोशिकाओं से बनी होती है, जो कोशिका सिद्धांत का मूल आधार बना।
  • रुडोल्फ विरचो (Rudolf Virchow): 1855 में, उन्होंने “Omnis cellula e cellula” का सिद्धांत प्रस्तुत किया, जिसका अर्थ है “सभी कोशिकाएं पहले से मौजूद कोशिकाओं से उत्पन्न होती हैं।”

कोशिका के कुछ प्रमुख कोशिकांगों

कोशिका के अंग, जिन्हें “कोशिकांग” (Organelles) कहा जाता है, कोशिका के भीतर विशेष कार्यों को पूरा करने के लिए जिम्मेदार होते हैं। यहाँ कुछ प्रमुख कोशिकांगों के बारे में बताया गया है:

  1. कोशिका झिल्ली (Cell Membrane): यह एक अर्धपारगम्य झिल्ली होती है जो कोशिका के बाहरी आवरण के रूप में कार्य करती है। यह कोशिका के अंदर और बाहर के पदार्थों के आदान-प्रदान को नियंत्रित करती है और कोशिका को उसकी संरचना प्रदान करती है।
  2. कोशिकाद्रव्य (Cytoplasm): यह जेल जैसा पदार्थ होता है जो कोशिका झिल्ली और नाभिक के बीच स्थित होता है। इसमें कोशिकांग और विभिन्न अणु तैरते रहते हैं।
  3. नाभिक (Nucleus): यह कोशिका का नियंत्रण केंद्र होता है, जिसमें आनुवंशिक सामग्री (DNA) होती है। यह कोशिका के विकास, वृद्धि, और विभाजन को नियंत्रित करता है।
  4. माइटोकॉन्ड्रिया (Mitochondria): इसे कोशिका का “ऊर्जा गृह” कहा जाता है। माइटोकॉन्ड्रिया कोशिका के लिए आवश्यक ऊर्जा (ATP) का उत्पादन करता है।
  5. राइबोसोम (Ribosomes): ये छोटे कण होते हैं जो प्रोटीन संश्लेषण के लिए जिम्मेदार होते हैं। राइबोसोम कोशिकाद्रव्य में स्वतंत्र रूप से या रफ एंडोप्लाज्मिक रेटिकुलम (Rough Endoplasmic Reticulum) से जुड़े होते हैं।
  6. एंडोप्लाज्मिक रेटिकुलम (Endoplasmic Reticulum – ER): यह एक जाल जैसी संरचना होती है जो कोशिका के अंदर फैली होती है। यह दो प्रकार का होता है:
    1. रफ ER (Rough ER): इसमें राइबोसोम होते हैं और यह प्रोटीन संश्लेषण में सहायता करता है।
    1. स्मूथ ER (Smooth ER): इसमें राइबोसोम नहीं होते हैं और यह लिपिड (वसा) संश्लेषण और विषहरण में मदद करता है।
  7. गॉल्जी उपकरण (Golgi Apparatus): यह कोशिकीय पदार्थों को संशोधित, पैकेजिंग और वितरण करने में मदद करता है। इसे कोशिका का “डाकघर” भी कहा जाता है।
  8. लाइसोज़ोम (Lysosomes): ये छोटे, गोलाकार, झिल्ली-बद्ध कण होते हैं जो कोशिका के अपशिष्ट पदार्थों को पचाने का काम करते हैं।
  9. प्लास्टिड्स (Plastids): ये पौधों की कोशिकाओं में पाए जाने वाले अंग हैं। इनमें से सबसे महत्वपूर्ण है क्लोरोप्लास्ट (Chloroplast), जो प्रकाश संश्लेषण के लिए जिम्मेदार होता है।
  10. वैक्यूल (Vacuole): यह एक बड़ा, झिल्ली-बद्ध स्थान होता है जो कोशिका में पानी, पोषक तत्व, और अपशिष्ट पदार्थों का भंडारण करता है। पौधों की कोशिकाओं में यह काफी बड़ा होता है।

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